रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।। इसीलिए इनके विसर्जन को लेकर ध्यान रखें. • रोली, कपूर, चंदन तथा गोरोचन समान मात्रा में मिलाकर गंगाजल में घोंटकर तिलक लगाने से देखने वाले व्यक्ति वशीभूत होते हैं। Through absolutely the target and also the perception on the unity Using the https://vashikaran17035.blogofchange.com/34858250/getting-my-matangi-to-work